STAR WAR’S (LAESER WAPON) महाकाली के नाम पर बनाया भारत ने दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार- 
महाकाली के नाम पर बनाया भारत ने दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार STAR WAR’S (LAESER WAPON) -# भारत ने टेस्ट किया है स्टार वॉर्स एसा wapon यहां पे आप देख पाएंगे इंडिया ने डेवलप कर लिया है। https://staticstudy.com/
स्टार वॉर्स टाई लेजर वेपन नाउ स्टार वॉर्स अगर आपने मूवी ना भी देखी हो लाइफ में कभी ना कभी उसकी कुछ आपने मीम या कुछ ना कुछ उसकी आर्टिकल मे कुछ ना कुछ देखा होगा और आपने ने एक बात नोट करी होगी स्टार वॉर्स आइकॉनिक है।
भारत ने किया खतरनाक test –
लेजर वेपंस के लिए लेजर स्वर्ड्स लेजर गंस लेजर बीम्स और रिसेंटली डीआरडीओ ने लंबे समय के बाद मैं एक्चुअली वेट कर रहा था।
कि कब इंडिया ऐसे टेस्ट करेगा इसको दुनिया के सामने प्रेजेंट करेगा कि हमारे पास भी ऐसे वेपंस आ चुके हैं
मगर रिसेंटली भारत ने एक चाइनीस मेड पाकिस्तानी ड्रोन को शूट डाउन किया एक लेजर वेपन से यह लेजर वेपन डीआरडीओ ने बनाया है।
और बिना टाइम वेस्ट किए सीधा जो यह वीडियो है इसकी यह हम देखते हैं कुछ लोग थोड़ा सा कंप्लेन भी कर रहे थे।
वीडियो को लेकर व्हिच इज प्रीटी मच अंडरस्टैंडेबल मगर मैं आपको दिखाता हूं।
यहां पर कि भारत का स्टार वॉर्स वेपन कैसा दिखता है नाउ यह जो आपके सामने इमेज है।
यह है भारत का व्हीकल माउंटेड लेजर डायरेक्टेड वेपन यह वेपन है।
DRON ACTIONE BY KAALI- 
और अब दिखाया जाएगा एक ड्रोन जिसको यह टारगेट करेगा और उस ड्रोन को लेजर से यह डिस्ट्रॉय कर देगा यह ड्रोन है।
यहां पे इसको लॉक इन कर दिया एंड इट विल बी डिस्ट्रयड विद इन सेकंड्स दिस इज क्वाइट इंप्रेसिव ऑनेस्टली मैं वेट कर रहा था।
भारत यह कब करके दिखाएगा इंडियन जो आर्टिकल्स हैं इसके बारे में आप अगर पढ़ोगे तो उसमें यह बात तो लिखी है।
कि चाइनीस ओरिजिन जो ड्रोन है इसको हमने यहां पर शूट डाउन कर लिया और काफी एक मैं कहूंगा अच्छी एक अचीवमेंट भी है।
क्या लेजर वयपॉन सिर्फ भारत के पास ही है- 
एट द सेम टाइम मुझको यहां पर यह भी ऐड करना पड़ेगा कि ऐसा नहीं है।
कि सिर्फ कुछ गिनेचुने कंट्रीज के पास यह टेक्नोलॉजी है।
यूएस चाइना रशिया वगैरह ऐसा नहीं है बहुत से देश भारत से पहले ऐसी टेक्नोलॉजी बना चुके हैं।
और मैंने कई बार ऐसे कंट्रीज की जो यह लेजर वेपन वाली वीडियो है इस पर शॉट्स अपलोड करी है।
वीडियोस अपलोड करी है और आप सबको मैंने यह कहा था।
कि काश भारत भी इस टाइप का वेपन जल्द से जल्द बनाए।
अगर मैं यहां पे आपको दिखाऊं चाइना ने साल 2006 में अब अभी 2025 चल रहा है।
2025 में भारत ने यह वेपन डेवलप किया है।
साल 2006 में चाइना ने क्लेम कर दिया था कि इनके पास इस टाइप के लेजर वेपंस हैं।
बाद में इसकी एक वीडियो भी इन लोगों ने यहां पर रिलीज़ करनी
स्टार्ट कर दी जर्मनी ने साल 2023 में अपना लेजर वेपन टेस्ट किया है।
इजराइल ने साल 2024 में यह टेस्ट किया है।
जापान की ग्राउंड फोर्सेस ने यह 10 किलो क्लास हाई पावर्ड लेजर इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर कॉम्बैट ट्रक यह ल्च किया था।
2024 में रशिया लंबे समय से इसको टेस्ट कर चुका है साउथ कोरिया ने इसको टेस्ट किया है।
यूके तो प्रॉपर वीडियोस इसकी अपलोड करता है।
दिखाने के लिए कि यूके के पास जो लेजर वेपन है यह कितना स्ट्रांग है
Power of kali- 
यूके ने प्राइमरली एक बात दुनिया को यह बताई है कि जो यह लेजर से आप अटैक करते हैं।
ना यह काफी किफायती पड़ता है वैसे आप अगर एक ड्रोन को शूट करने के लिए जाओ तो हो सकता है।
कि आपको कई बार हजारों डॉलर का एक यू नो एमिनेशन यूज़ करना पड़े कोई वेपन यूज़ करना पड़े।
मिसाइल यूज़ करना पड़े मगर जो यह लेजर अटैक है बहुत सस्ता बढ़ता है एक बार लेजर से जो आप अटैक करते हैं।
सिर्फ $3 के आसपास इसकी कॉस्ट आती है मतलब $1000 में आप कह लीजि।
ए एक बार में यह अटैक करता है तो यह बहुत ज्यादा किफायती है।
working of kali wapon-
आपने अभी देखा यूके का ड्रैगन फायर नाउ एक बात मुझे ऐड करनी पड़ेगी।
जिस तरीके से यूके यूएस अपने वेपन्स को ना दुनिया के सामने रखते हैं।
कि दिस इज व्हाट वी हैव क्रिएटेड मैंने एक बात नोट करी है।
डीआरडीओ की जो पोस्ट थी ना उसके नीचे कुछ इंडियंस भी कह रहे थे ज्यादा अच्छी क्वालिटी के कैमरा नहीं है।
आप लोगों के पास थोड़ी प्रेजेंटेशन और इंप्रूव कर लो और ये चीज ना मुझे याद है।
बहुत टाइम पहले एस सोमनाथ साहब लेजेंडरी इसरो चेयरमैन बहुत इन्होंने अच्छा काम किया है।
आई हैव अ लॉट ऑफ रिस्पेक्ट फॉर हिम किसी ने उनसे पूछा था
के जो इसरो की भी हम यू नो लॉन्च करते हैं।
वगै रह क्या हम वहां पे प्रेजेंटेशन पे ओवरऑल वहां पे थोड़ा सा और काम कर सकते हैं।
ताकि दुनिया के सामने जब यह वीडियोस आए तब और बढ़िया दिखे प्रेजेंटेशन
मॉडर्न दिखे तो इसरो के चेयरमैन ने भी कहा था ।
देखिए वह हमारी प्रायोरिटी नहीं होती और यह कहीं ना कहीं हमको चेंज करने की आवश्यकता है।
कि जब यह वेपन्स हम टेस्ट कर रहे हैं जब यह यू नो इवन इसरो अपना बहुत सारा जब काम कर रहा है।
परहैप्स प्रेजेंटेशन में थोड़ा सा हम और काम कर सकते हैं।
भारत की सॉफ्ट पावर इससे काफी हद तक बढ़ जाएगी नाउ वैसे अगर मैं आपको बताऊं।
काली लेजर के रियलिस्टिक यूज़ के बारे में
कि अगर मान लो जेनुइनली कल को बड़ा अटैक होता है तब यह लेजर्स कैसे काम करते हैं।
यह इजराइल ने करके दिखाया था साल 2023 में इजराइल ने बहुत सारे जो मिसाइल्स हैं।
इनकमिंग मिसाइल्स ये शूट डाउन किए थे।
लेजर से इधर आप देख पाओगे ये है। इजराइल की आयरन बीम यह टारगेट्स हैं।
इजराइल के ऊपर ये जरा देख रहे हो यह जो लाइन यहां पे निकली है।
ना यह लेजर से शूट डाउन किया गया है।
दोनों टारगेट्स को एंड यह लेजर वेपंस आई थिंक दिस इज द फ्यूचर क्योंकि बहुत ज्यादा किफायती है।
लोग सोचते हैं कि ऐसे वेपंस (STAR WAR’S (LAESER WAPON)) महंगे होंगे नहीं उल्टा है।
बस कैपिटल एक्सपेंडिचर है एक बार को आपको बस ऐसे वेपंस बनाने हैं ।
उसके बाद रेगुलर यूज़ के लिए इससे बढ़िया वेपन हो नहीं सकता
और भारत के लिए अच्छी बात यह है। कि इन द फ्यूचर इंडिया इस टाइप के जो यह डायरेक्ट एनर्जी वेपन्स हैं।
यह बहुत सारे बनाएगा डायरेक्ट एनर्जी वेपन्स भारत बनाता है।
चेस के जरिए चेस गेम की मैं बात नहीं कर रहा यहां पर हम यहां पे बात कर रहे हैं।
सेंटर फॉर हाई एनर्जी सिस्टम्स एंड साइंसेस के बारे में जो बेस्ड है।
इन हैदराबाद तो डीईडब्ल्यू वेपंस देखिए लेजर के हो सकते हैं माइक्रोवेव वेपन हो सकते हैं
क्या है पार्टिकल बीम –
और अगेन यहां पे इसको काली वेपन से कंपेयर मत कर लेना
वो अलग टाइप का वेपन है जो लेजर वेपन है।
ऑल टुगेदर दे आर वेरी डिफरेंट क्योंकि लिटरली यहां पर आप स्पीड ऑफ लाइट से मार रहे हैं।
आपके दुश्मन को डज करने का मौका नहीं मिलेगा बस एक प्रॉब्लम यहां पर आती है।
रेंज की जो यह 30 किलो वाट लेजर वेपन सिस्टम है। इसकी रेंज है।
सिर्फ 5 कि.मी इनसे आप ड्रोन हेलीकॉप्टर इवन कुछ हद तक एयरक्राफ्ट इसको आप अटैक कर सकते हैं।
मगर 5 कि.मी रेंज के हिसाब से बहुत बहुत ज्यादा कम है। (STAR WAR’S (LAESER WAPON))
कंपैरिजन के लिए मैं आपको अगर बताऊं तो जो आकाश एयर डिफेंस सिस्टम है।
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जो हमारा आप कह लीजिए मीडियम रेंज एयर डिफेंस सिस्टम है।
इसकी रेंज भी आप अगर देखो तो 25 कि.मी है।
आप अगर फिर जो हमारे रशियन मिसाइल डिफेंस सिस्टम है। उनको देखोगे जैसे आप लोग जानते हैं।
S400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की रेंज 400 किलोमीटर तक जाती है।
तो 5 किलोमीटर 400 कि.मी ह्यूमंगस डिफरेंस ये लेजर वेपंस देखिए काफी फास्ट हैं।
काफी चीप है मगर जो मिसाइल बेस्ड एयर डिफेंस सिस्टम्स हैं।
उनको यह रिप्लेस नहीं कर पाएंगे सिंपली क्योंकि रेंज की प्रॉब्लम रहने वाली है रेंज मैक्सिमम अगर
00:07:18 मान लो कल को यू नो यहां पे हम एनर्जी बढ़ाते भी हैं।
तो मैक्सिमम रेंज मैं मान के चल रहा हूं।
आई थिंक 15 से लेकर 20 कि.मी जा सकती है। उसमें भी आपको कैपिटल एक्सपेंडिचर बहुत ज्यादा करना होगा।
जो सिस्टम आप तैयार करोगे वो एक ह्यूमंगस मशीन होगी। सो एक बार को देखने में काफी अच्छा लगता है।
और शॉर्ट टर्म वारफेयर के लिए काफी काम का है।
अभी इस टेक्नोलॉजी को इन द फ्यूचर आप और भी डेवलप होते हुए देखोगे।
इसमें अभी और ब्रेक थ्रू चाहिए ताकि जेनुइनली यह ऑल टुगेदर टेकओवर कर ले डिफेंस इंडस्ट्री में होगा ।
STAR WAR’S (LAESER WAPON))
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